मर्डर ऑन वेलेंटाइन नाइट - 13

 मर्डर ऑन वेलेंटाइन नाइट - 13

9.30 बज चुके थे।

साकेत घर पहुंचा और डिनर करके स्टडी रूम में गया।

तिजोरी में से " रिचा मर्डर केस " वाली फाईल निकालकर उसे ध्यान से देखा।

इसके बाद उसने फोटो स्टूडियो से लाये हुए लिफाफे को खोला और उसमें से फोटो निकालकर मेज़ पर फैला दी।

साकेत के सामने आकाश , रिचा और रागिनी की फोटो थी , जो रागिनी से पहली मुलाक़ात में ही साकेत ने अपने मोबाइल में ट्रांसफर कर ली थी और उनके प्रिंट फोटो स्टूडियो से निकलवा लिये थे।

अब अगला काम जो साकेत को करना था , वह था रिकार्डिंग सुनना।

दोपहर से अब तक वह दो बार आकाश से हाॅस्पिटल में तथा रागिनी के घर पर रागिनी और चित्रा से मिला था। इस दौरान जो भी बातें हुई थी , उन सबको उसने अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया था।

करीब आधे घंटे तक पूरी रिकार्डिंग को कई बार सुनने के बाद साकेत ने एक ब्लेंक पेपर लिया और उस पर कुछ शब्द लिखे - आत्महत्या , एक्सीडेंट , रिचा का हैंडबैग , चित्रा , रिंग चोरी , ब्रैकअप।

अब साकेत को एक एक शब्द पर विचार करना था।

" आत्महत्या ! आकाश ने आत्महत्या शब्द का प्रयोग किया।

क्या रिचा आत्महत्या कर सकती थी ? पोस्टमार्टम रिपोर्ट से साफ जाहिर होता है कि यह आत्महत्या का मामला है ही नहीं , क्लियर मर्डर है। फिर , आकाश के मुंह से रिचा के आत्महत्या करने की संभावना प्रकट करने वाली बात क्यों निकली ?...दो कारण हो सकते हैं। पहला , कोई ऐसी बात रही होगी जिससे रिचा परेशान रहती थी ; इतनी परेशान कि वो आत्महत्या करने के विषय में सोच सके , लेकिन उसने आत्महत्या नहीं की ; तो हो सकता है कि उसी परेशान करने वाली ' वजह ' ने उसका कत्ल किया हो !...दूसरा , आकाश जानबूझकर मेरा ध्यान भटकाना चाहता हो। लेकिन वो ऐसा क्यों करेगा ? ...सिर्फ एक ही वजह हो सकती है , आकाश ने ही रिचा का कत्ल किया हो !...क्या यह मुमकिन है ? क्या आकाश रिचा का कातिल हो सकता है ?..." - साकेत हल्के से मुसकराया।

साकेत ने अगले शब्द पर विचार करना शुरू किया - " एक्सीडेंट ! आकाश का एक्सीडेंट रिचा के मर्डर के करीब 45 मिनट बाद हुआ था। आकाश जल्दी में था , समझ में आता है। लेकिन जिस कार से उसका एक्सीडेंट हुआ था , वह जल्दी में क्यों थी ? कारवाला जल्दबाजी में था , इसकी तीन वजह हो सकती है। पहली , कारवाले ने शराब पी हुई थी और वह अंधाधुंध ड्राइव कर रहा था। दूसरी , उसने ऐसा कुछ किया हो सकता है जो गलत हो और वह जल्द से जल्द उस एरिया से निकलना चाहता हो। तीसरा , उसका टारगेट ही आकाश का एक्सीडेंट करना रहा हो !..लेकिन कोई आकाश का एक्सीडेंट करना क्यों चाहेगा ? क्या उस कार का रिचा के कत्ल से कोई संबंध हो सकता है ? ....ऐसा लगता तो नहीं , क्योंकि रिचा का कत्ल रात 12 बजे हुआ और आकाश का एक्सीडेंट करीब 12.45 बजे हुआ था। दोनों घटनाओं के बीच पूरे 45 मिनट का फासला था। आकाश के अनुसार , कार ठोकर चौराहा की ओर गयी थी। लेकिन उसके बाद किस तरफ गयी होगी ? " - सोचते हुए साकेत ने फाईल खोली और एक ब्लेंक पेपर पर ' एक्सीडेंट प्लेस ' का एक छोटा सा नक्शा बनाया , जिसमें आयड रोड़ वाली चौथी गली का टर्न , जहां पर एक्सीडेंट हुआ था , चित्रित किया। यहाँ से ठोकर चौराहा की दूरी अंकित की और ठोकर चौराहा अंकित किया। ठोकर चौराहा से चारों दिशाओं में जाने वाले रास्ते बनाये , जिनमें से एक प्रतापनगर की ओर , दूसरा सूरजपोल और मेन सिटी की ओर , तीसरा यूनिवर्सिटी रोड़ की ओर तथा चौथा रास्ता उदयसागर रोड़ की ओर जाता था।

अगला शब्द था - हैंडबैग !

" रिचा के पास एक हैंडबैग था , ब्राउन कलर का।...कहाँ गया ? रिचा का हैंडबैग , मोबाइल और जिस चाकू से कत्ल हुआ था , वह चाकू - ये सब कातिल ने गायब कर दिये।...इनमें से एक भी चीज मिल जाती है तो कातिल तक पहुंचने की दिशा में यह बहुत महत्वपूर्ण सुराग होगा। "

" अगला शब्द है - चित्रा ! खुद को रिचा की बेस्ट फ्रेंड बताती है। कोई कितना करीबी हो , अगर वह मर चुका है तो ऐसे शख्स के लिये कोई खुद ही पुलिस और जासूसों के चक्कर में पडना पसंद नहीं करता। ऐसे में यह लड़की खुद रागिनी से सम्पर्क करके रिचा के बारे में जानकारी दे रही है और जानकारी भी क्या !...रिंग चोरी की वह घटना , जिससे पूरा काॅलेज वाकिफ है। "

" रिंग चोरी की घटना से आकाश और रिचा का ब्रैकअप होना , आकाश पर आरोप साबित होना और आकाश का इस सबको पलक की साजिश बताना !...सच क्या है ? क्या आकाश ने सच में रिंग चुरायी थी या किसी ने उसके साथ साजिश की थी ? " - साकेत काफी देर तक केस से संबंधित छोटी से छोटी बात पर विचार करता रहा।

करीब 11.30 बजे साकेत ने फाईल तिजोरी में रखी और सोने के लिये बैडरूम में चला गया।


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