लेखन का क्षेत्र अत्यंत विस्तृत है,उतने ही विस्तृत है हमारे विचार,उतनी ही विस्तृत है हमारी भावनायें और इन सबका कारण है-हमारे आसपास फैला,साम...
मंगलवार, 29 मई 2018
बुधवार, 23 मई 2018
जीवन की उलझन Poem On YouTube
Vijay Kumar Bohra
मई 23, 2018
अपनी मंजिल की ओर बढते राही के प्ेम और कर्तव्य के बीच अंतर्द्वंद को दर्शाती शानदार प्रेम कविता अब YouTube पर देखें।
सोमवार, 14 मई 2018
क्यों
Vijay Kumar Bohra
मई 14, 2018
कल तक जो चाहते थे, दूर जाना हमसे। क्यों आज पास आने के, बहाने खोजा करते हैं। सहन न होता था जिनको, हमारा आसपास भी होना। क्य...