मुझे कुछ करना है
मन में उठने वाले भावों को लिपिबद्ध करने का एक लघु प्रयास
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अति आत्मविश्वास
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अति आत्मविश्वास ! टूटा है हमेशा टूटा है। अति आत्मविश्वास ! हारा है हमेशा हारा है। नहीं होता बर्दाश्त हमसे इसका टूटना इसका हारना। स्वीकार नही...
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हिप्नोटाइज - थ्रिलर उपन्यास ( भाग - 1 )
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" दिव्या आपकी हेल्प कर सकती है।" " क्या ? कौन ?" " दिव्या ...दिव्या शर्मा। " " रवि! तुम मेरे बेटे के बहुत...
चलो आज फिर कुछ करते हैं
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चलो आज फिर कुछ करते है मरी उम्मीदों को जिन्दा करके नाकामियों के अँधेरो से कामयाबी के उजालों की ओर बढ़ते हैं चलो आज फिर कुछ करते हैं। सोया पु...
ये कैसी जिन्दगी
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मर मरकर जी रहा हूँ जी जीकर मर रहा हूँ ए जिन्दगी तू ही बता दे ये मैं क्या कर रहा हूँ। तबाह जिन्दगी को ढो रहा हूँ औरों की खातिर मैं खुद को ख...
एक बुरा इंसान
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मैं साबित अक्सर बुरा ही हुआ हूँ एक बार नहीं कई बार हुआ हूँ मिलता है जब भी कोई अनजाना अजनबी कहता है बस यही , तुम एक अच्छे इंसान हो और बदल ज...
बस चल दिए
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होंश संभाला जब से , सुना तुमने बस इतना ही , कि , चलना है। और तुम… न सपनो को समझा , न मंजिल को जाना , बस चल दिए। आया अगर राह में दोराहा , पूछ...
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एक बार फिर
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सालों पहले हुए थे तैयार रेंगने को। क्यों ? क्यों ना होते ! सब कोई होते है , उम्र के एक पड़ाव में। उस दौर में , जबकि , असंभव सपनों को संभव करन...
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यह तुम ही हो
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बसन्त का आगमन हुआ है , किसी ने इस दिल को छुआ है। मन्द - मन्द शीतल - सी जो ये पवन है , लगता है तेरे ही स्पर्श की छुअन है। खिल उठे...
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दो उल्लू
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एक डाल पर बैठे दो उल्लू , एक गया मनाली, एक गया कुल्लू । उल्लूओं में छिड़ी जंग , दिखाया सबने अपना रंग । हो चाहे कोई कितना ही तंग, ड...
घूमना अच्छा लगता है मुझे
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घूमना अच्छा लगता है मुझे, बचपन से ही; यहाँ-वहाँ, इस नगर- उस नगर। पर, बचपन में तो जा नहीं पाता था, हर कहीं अपनी मर्जी से। ल...
चीटफंड कम्पनी
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चीटफंड कम्पनी की एक मीटिंग! " हम एक नया प्रोजेक्ट लाये हैं, अतुल धन-सम्पदा कमाने को हमने कई हथकण्डे अप...
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